Wednesday, June 3, 2015

Field Conversations

: तो भैया, पंचायती राज को शक्ति मिलने से तो अब चीज़ें आसान हुईं हैं? नहीं?
: पंचायती राज के आने से पूरा सिस्टम गड़बड़ा गया है सर।
: क्या मतलब?
: अब देखिये। पिछले पंद्रह साल से जो मुखिया है, उसको ये गाव वोट नहीं डालता है।
: ह्म्म्मम।
: अब वहां मुखिया हमलोग का पेंशन, नरेगा छोड़िये, ए गो कागज़ पर साइन भी नहीं करते हैं। अब अगर कोई अधिकारी रहते उस काम क लिए तो कंप्लेन करते कहीं कि अधिकारी काम नहीं करता है। और अगर कारवाई भी नहीं होती उसके खिलाफ तो घूस देकर काम करा लेते। अब इ मुखिया घूस ले के भी काम नहीं करता है। कहता है कि वोट दूसरे जात वाला को दिए तो काम हम काहे करें।
: ह्म्म्म्म।
: बोलिये गलत बोल रहे हैं?
: ह्म्म्म्म।